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गीता प्रसार अभियान
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धन पर चिंतन..
स्वर्ग और नर्क
ऐसे 4 भक्तों पर होती है देवकृपा
श्री कृष्ण का मानव जीवन जीने का उपदेश
परिस्थिति कैसी भी हो उसका सदुपयोग करें
दुर्गुणों के हमले में होश ही हमारा हथियार है
देना होगा जर्रे-जर्रे का हिसाब खुदा के सामने
सफलता और जीत के बारीक फर्क को समझा जाये
परमात्मा को पाने की पुकार बन जाता है जप
सुरक्षा का भाव उपजता परमात्मा पर भरोसे से
बुराई को पहचान कर उसे दूर करने के प्रयास करें
शरीर के भोजन के साथ ही आवश्यक है आत्मा का भोजन
आत्मविजेता ही विश्वविजेता
जीवन में जरूरी है शिक्षा और विद्या का संतुलन
शांति के लिए जरूरी है अंहकार का संहार
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